सौदागर दिलों के..!
आँसुओ का मोल तुम क्या जानों,
तुम बस सौदागर हो दिलों के
तोड़ देते हो दिल, तोड़कर वादा
कि जल्दी ही तुम मिलोगे।
मैं बैठा इंतज़ार में, जग कहें मुझे क्यों बौराया
पागल-प्रेमी झूठे प्रेम की आस में तूने क्या पाया
मैं नहीं सुनता था किसी की, बस तेरी बातें सच्ची
प्रीत की रीत निभाऊं, पर यह डोर थी शायद कच्ची।
तुम वादा न करते तो भी इंतज़ार करता तेरा
मगर फिर भूल के भी, ये आस न लगाता दिल मेरा
तोड़कर मुझसे सारे रिश्ते, घर कहीं और बसाओगे
या शायद मेरी ही तरह, किसी और का दिल दुखाओगे।
मगर न करना ये कभी, शायद दिल तुम्हारा भी लग जाये
वो निकले तेरी तरह और तुझको भी वो ठग जाए।
छोड़ न लौटकर आना नहीं, मुझे अब आस लगाना नहीं
बस कहना है इतना तुझे, अब किसी और का दिल दुखाना नहीं।
न कहना ये किसी से, साथ उसका निभाओगे
दर्द इसका तुम क्या जानों
अब न कभी, किसी को तुम रुलाओगे
सौदागर, हाल दिल का तुम क्या जानो।
आँसुओ का मोल तुम जानों,
तुम बस सौदागर न बनो दिलों के
तोड़ना नहीं दिल किसी का, तोड़कर वादा
कि जल्दी ही तुम मिलोगे।
#MJ
Aliya khan
06-Aug-2021 08:03 AM
Sundar
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Niraj Pandey
05-Aug-2021 12:41 PM
बेहतरीन👌👌
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मनोज कुमार "MJ"
05-Aug-2021 07:01 PM
Thanks
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Seema Priyadarshini sahay
05-Aug-2021 10:07 AM
सुंदर पंक्तियां
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मनोज कुमार "MJ"
05-Aug-2021 07:01 PM
Thanks
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